Khan Sir Patna biography : खान सर की कहानी रुला देगी आपको जाने पूरा बायोग्राफी
दोस्तों अगर आप भी देश और दुनिया से जुड़ी खबरों को जानने की इच्छा रखते हैं तो अपने खान सर के बारे में जरूर सुना होगा। इनका यू ट्यूब पर खान जी इस रिसर्च सेंटर नाम से एक चैनल है जिसपर अब तक तकरीबन 18 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं।
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इनकी सबसे खास बात इनकी टीचिंग और किसी टॉपिक को एक्सप्लेन करने का तरीका है। ये टीचिंग करते समय बीच बीच में अपनी भोजपुरी लैंग्वेज (Language ) का जीस तरीके से इस्तेमाल करते हैं।उससे उनके व्यूअर्स(viewers) को पढ़ने में और टॉपिक को समझने में काफी आसानी होती है, जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग इनकी विडीओ उसको देखने आते है।
खान सर (khan sir ) मुश्किल से मुश्किल लगने वाली थ्योरी को भी इतनी सरलता के साथ समझाते हैं की पढ़ने वाले को लगता ही नहीं की वो कोई डिफिकल्ट टॉपिक के बारे में जान रहा है।
सिर्फ ये ही नहीं बल्कि खान सर (khan sir ) को उनके चाहने वाले लोग भारत के दूसरे डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से तक पुकार ते है।
आखिर कार कौन है? ये खान सर?और कैसे इन्होंने अपने चैनल की शुरुआत करी?
किस तरह इन्होंने मुकाम हासिल कर आ? ज़रा हमें भी बताओ इनकी सफलता के पीछे की कहानी तो इसीलिए दोस्तों आज हम खान सर(khan sir) की जिंदगी की पूरी कहानी जायेंगे की किस तरह से उन्होंने ये मुकाम हासिल किया जिन्हें हम खान सर(khan sir) के नाम से जानते हैं।
उनका पूरा नाम तो अब तक उन्होंने अपने स्टूडेंट्स के साथ share नहीं करा है।और जब इनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बहुत अच्छा जवाब दिया की आपको अगर कुछ सीखना है तो मेरी कहानी से सीख ये मेरी मेहनत से सीखिये मेरे नाम में भला क्या रखा है?
खान सर का जन्म
खान सर का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ था। ये बाकी आम लोगों की तरह ही एक मिडल क्लास परिवार से बिलॉन्ग करती है। बल्कि इनका फैमिली बैकग्राउंड इतना फाइनैंशली स्ट्रांग (financely strong) नहीं था।और इसीलिए इन्हें अपनी पढ़ाई और दूसरे कामों को पूरा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
मेहनत करने की आदत
मेहनत करने की आदत दिया गयी थी क्योंकि दोस्तों कहते हैं ना की इतना आपको कोई किताब नहीं सीखा सकती, जितना आपको आपके हालात से खा सकते हैं।
खान सरIkhan sir) बिना किसी शक के हमारे देश के कुछ सबसे एजुकेटेड और स्मार्ट लोगों में से एक है पर आपको जानकर हैरानी होगी कि इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई किसी बड़े स्कूल या फिर कोचिंग इंस्टीट्यूट से नहीं बल्कि अपने ही गांव के पास के।सरकारी स्कूल से पूरी करनी थी।
माँ की डांट
स्कूल के शुरुआती सालों में खान सर ज्यादा पढ़ाई में ध्यान नहीं देती थी और इस बारे में उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में भी बताया की वो एक बहुत ही स्टूडेंट हुआ करती थीं और उनका कभी भी पढ़ाई में ज्यादा ध्यान नहीं रहता था। हालांकि उनकी माँ की डांट का असर उन पर जरूर हुआ था क्योंकि फिर नाइन्थ क्लास के बाद से वो काफी समझदार और होशियार स्टूडेंट बन गई थी।
खान सर(khan sir) की पढाई
इसी समय से उन्होंने अपनी फेवरेट सब्जेक्ट्स जैसे की हिस्टरी को ध्यान और इन्ट्रेस्ट के साथ पढ़ना शुरू कर दिया। वो ये भी बताते है की नौ वीं क्लास में उन्हें पढ़ाई की तरफ जो एहसास हुआ था, वहीं एहसास उन्हें आज तक पढ़ाई की तरफ हो जाए रखे हुए है।दसवीं से लेकर बारहवीं तक वो काफी अच्छे नंबरों से पास हुए हैं। जिसके चलते उनके घरवाले भी अब बहुत खुश थे।
खान सर(khan sir) का परिवार
उनके पिता एक मिलिट्री ऑफिसर थे और माँ एक हाउस वाइफ थी। उस समय बाद उनके पिता रिटायर हो जाते हैं। वहीं उनके बड़े भाई की सेना में भर्ती हो जाती है। इससे आपको अंदाजा लग ही गया होगा कि उनकी पूरी फैमिली को अपने देश के प्रति कितना लगाव रहा है।खुद खान सर कभी जिंदगी में सिर्फ एक ही सपना था कि उन्हें बड़े होकर एक आर्मी ऑफिसर बनना है, इसीलिए वो दिन रात पढ़ाई करने लगे।
खान सर(KHAN SIR) का फिटनेस
खास बात ये है की इस एग्ज़ैम की तैयारी के लिए उन्हें जीतने भी सब्जेक्ट पढ़ने थी। वो सभी सब्जेक्ट उन्हें काफी इंट्रेस्टिंग लगती थी और इसी वजह से उन्हें कोई भी कॉन्सेप्ट बड़ी आसानी से समझा जाता था।इतनी पढ़ाई करने के बाद जब उन्होंने फाइनली एन डी ए (NDA ) का एग्ज़ैम दिया तो वो काफी अच्छे मार्क्स के साथ पास तो जरूर हुए लेकिन दुर्भाग्यवश उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया और इसके पीछे वजह थी उनकी फिटनेस। दरअसल उनके हाथों के ऐन्जल्स के चलते उन्हें फिटनेस राउंड से बाहर कर दिया गया।
ये जानकारी जब खान सर को मिली तो वो काफी दुखी हो गयीं।ये वो वक्त था जब इतने मेहनती व्यक्ति ने पहली बार अपनी जिंदगी में सभी उम्मीदें खो सी दी थी। उन्होंने खुद को कोसना शुरू कर दिया क्योंकि उनके हाथों में जो दिक्कत थी वो उसको ठीक भी नहीं कर सकती थी।
इस कंडिशन का कोई इलाज ना होने के कारण वो काफी टूट गई थी। ये वक्त इनके लिए पर्सनली बहुत मुश्किल था।और इस समय पर उनका पढ़ाई की तरफ भी इंटरेस्ट खत्म होने लगा। वो अपने जीवन में बचपन से ही काम ही ऑफिसर बनने का सपना देखते हुए आये थे और उन्होंने अपने हर जीवित सेकंड को इसी काम की तरफ डेडिकेट भी कर रहा था। लेकिन जब किस्मत इस मोड़ पर आकर अटकी तो उन्हें कोई क्लू नहीं था
कि उन्हें आगे क्या करना चाहिए।पर फिर उनके माता पिता ने उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा की तुम इंडियन आर्मी में सिलैक्ट नहीं हुए तो क्या हुआ? तुम अभी भी देश की सेवा कई तरीकों से कर सकती। बहुत समझाने के बाद खान सर(KHAN SIR ) काफी मोटिवेट हुए और उन्होंने पूरी एनर्जी के साथ कमबैक करने का फैसला करा।
तब से उनका एक ही लक्ष्य है की जनता की सेवा करनी है। अपने माता पिता के समझाने पर उन्होंने अपने आगे की पढ़ाई भी जारी रखी और इसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससीi B.SC) और एमएससी (M.SC) में अपनी पढ़ाई पूरी कर इ। हालांकि इससे पहले भी उन्होंने AIEEE पूरी तैयारी कर रखी थी, पर एग्जाम के दिन।शायद फिर भाग्य ने इनका साथ छोड़ दिया था क्योंकि जीस दिन एग्जाम था उस दिन ये पूरे दिन सोए रहे और एग्ज़ैम का वक्त निकल गया
पर दोस्तों भले ही वो दिन उनके लिए इतना अच्छा ना रहा हो पर आज के समय उसी दिन के कारण लाखों बच्चों का भविष्य बन रहा है क्योंकि अगर उस दिन खान सर परीक्षा के लिए उठ गए होती।तो शायद आज हम लोग उनके बारे में कुछ नहीं जानते और इनका ज्ञान भंडार हमारे नसीब में नहीं होता।
खान सर (KHAN SIR ) गए जेल
आपको सुनकर हैरानी होगी कि जब वो बीएससी की पढ़ाई कर रहे थे तो तीन बार जेल भी जा चुकी थी। दरअसल जब वो कॉलेज में थे तो स्टूडेंट यूनियन के मेंबर थे। स्टूडेंट्स के हित में लड़ते हुए उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। जिंदगी की कठिनाइयों से रूबरू हुएतो एहसास हुआ की किस किस तरह हमारा समाज पॉलिटिक्स के कारण बदतर होता जा रहा है और गरीब बच्चे ढंग से शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं और यहाँ तक की कई बच्चे तो बाल मजदूरी कर अपने घर को चला रहे हैं।
कोचिंग सेण्टर की शुरुआत
ये सब उन्हें हजम नहीं हुआ और उन्होंने तय करा कि वो किसी बड़ी जॉब को करने के बजाय गरीब बच्चों को अच्छी एजुकेशन देंगे।इससे गरीब घर के बच्चे भी आगे जाकर कुछ बन सकी और अपने फ्यूचर को सिक्योर कर सके। ये पर 200 इतना आसान नहीं था क्योंकि जैसा कि हम सब जानते हैं कि खान सर की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी, उन्होंने अपनी सेविंग्स और बाकी जगहों से इंतजाम कर पैसों को इकट्ठा करा और पटना में अपना एक कोचिग सेंटर खोल दिया जहाँ वो बच्चों को पढ़ाने लगे पर अभी भी उनके जीवन में वो लहर नहीं आई थी।
इससे इनका जीवन बदल दिया है क्योंकि शुरुआत में उनकी कोचिंग सेंटर में बहुत कम बच्चे पढ़ने आते थे। उस समय खान से की कम्यूनिकेशन और टीचिंग स्किल्स काफी अच्छी थी और इसी से उन्होंने अपने बच्चों को भी पढ़ाने का एक नया तरीका खोजा।
खान सर पॉपुलर कब हुए
वो अपने स्टूडेंट को इंग्लिश या प्युर (PURE ) हिंदी में सिखाने की जगह पूरी भोजपुरी भाषा का इस्तेमाल करने लगी, जिससे बच्चे बोर ना हो कर पढ़ाई पर पूरे तरीके से कॉन्सन्ट्रेट करें और उन्हें अच्छे से कॉन्सेप्ट भी समझ में आ जाये। खान सर की टीचिंग का ये तरीका धीरे धीरे रंग लाने लगा था और बच्चे भी इसे काफी पसंद करने लगे थे।
इसी वजह से उनके कोचिंग सेंटर में समय के साथ स्टूडेंट्स की संख्या भी बढ़ने लग गयी थी। फिर एक समय ऐसा आया कि रूम में बैठने के लिए स्टूडेंट्स को जगह तक कम पड़ने लगी।
फिर कुछ महीनों के बाद खान सर ने एक बड़ा सवाल खरीद लिया, जिसमें करीब 2000 स्टूडेंट्स एक साथ बैठकर खान सरकार लेक्चर सुन सकती थी। धीरे धीरे उनकी इनकम भी काफी अच्छी होती जा रही थी और साथ ही खान सरकार कॉन्फिडेन्स भी बढ़ता चला जा रहा था।
फिर जब ये हॉल भी बच्चों के लिए कम पड़ने लगा तो खान सर को काफी बुरा लगा क्योंकि बाकी बच्चे उनकी क्लासेज अटेंड नहीं कर पा रहे थे।और फिर वो समय आया जिसने खान सर की ही नहीं बल्कि देश के लाखों युवाओं का फ्यूचर बदल दिया। खान सर ने सोचा की ऑफ लाइन से खाने के बजाय वो ऑनलाइन सिखाकर भी तो बच्चो तक अपनी नॉलेज पहुंचा सकती है जिससे की ना ही किसी को उनका लेक्चर खड़े होकर सुनना पड़ेगा और ना ही किसी को दूर चलकर उनके कोचिंग सेंटर तक आने की जरूरत होगी।
उन्होंने अपनी ऑनलाइन क्लास अपने यूट्यूब चैनल खान जीस रिसर्च सेंटर पर शुरू कर दी। हालांकि शुरुआत में यू ट्यूब पर लोग इनको इग्नोर कर रहे थे, लेकिन जो भी इनके पढ़ाने के तरीके को एक बार देख लेता बस वो इनका फैन हो जाता था। धीरे धीरे इनकी पॉपुलैरिटी बिहार के अलावा पूरे देश में फैलने लगी। इनके यूट्यूब चैनल के पॉपुलर होने का कारण ये है की ये अपने हर वीडियो के अंत मेंप्रॉब्लम्स को सॉल्व कर उसका हल भी बताती है।
यही वजह है कि इनकी कई विडीओ ज़ बड़ी बड़ी सेलिब्रिटीज भी अपने ट्विटर और इंस्टाग्राम हैंडल्स पर शेयर करते दिखाई देते हैं। यूं तो खान सर, कई कॉन्ट्रोवर्सीज का भी हिस्सा बनने पर उनके हिसाब चरित्र ने हर बार हर कॉन्ट्रोवर्सी से पाट पाए।
समय के साथ खान सर ने भी अपने सिखाने के तरीके को इम्प्रूव किया।देखते ही देखते उनके चैनल पर मिलियन सब्सक्राइबर्स पूरे होने लगे हैं। हर स्टूडेंट की जुबान पर सिर्फ एक ही नाम होने लगा। खान सर आज के समय इनके चैनल पर 18 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं और इनकी हर वीडियो पर तीन मिलियन से ज्यादा व्यूज़ आती है।
इसी के साथ ये यूट्यूब के जाने माने से तारों में से एक बन गए। इससे आप समझ सकते हैं की खान सर अनेक इतने कम समय में कितनी ज्यादा पॉपुलैरिटी हासिल कर दिए।आज के इस वीडियो में बस इतना ही आपको खान सर की कहानी पर बनी हुई है।
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