और उर्फी जावेद पर इस्लाम को लेकर आपत्तिजनक बातें कहने का आरोप लगाया है, जिसके चलते उर्फी जावेद को ट्रोल भी किया जा रहा है।
दरअसल पहले ही उर्फी जावेद ने मुस्लिम मर्दों को लेकर एक बयान दिया, जिसके बाद उर्फ विकी इस्लाम को लेकर सोच पर सवाल उठे। आखिर क्या था मुस्लिम मर्दों पर फीका वो बयान और कैसे मचाया इस बयान पर घमासान देखिये समझे?यू नो कुरान में ये कहीं पे भी नहीं लिखा है कि आप एक औरत को फोर्स लीव पर्दा कराओ।मैं islaam फॉलो भी नहीं करती।
यू नो?मुस्लिम?उर्फी जावे अगर आप भी इंस्टाग्राम या किसी और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर है तो आप इस चेहरे और इस नाम को जरूर पहचानते होंगे। बिग बॉस से लेकर मोडलिंग की दुनिया तक उर्फी का नाम चमकता रहा लेकिन इस बार उर्फी बनी सुर की आप ने एक बयान को लेकर एक इंटरव्यू में उर्फी ने कहा।
मैं कभी किसी मुस्लिम मर्द से शादी नहीं करूँगी। मुस्लिम मर्द अपनी घर की औरतों को एक खास तरीके से बर्ताव करना चाहते हैं। मुस्लिम मर्द समाज में सभी औरतों के ऊपर अपना कंट्रोल बनाकर रखना चाहते हैं। मैं इस लाभ में भरोसा नहीं करती, ना ही मैं किसी और धर्म की अनुयायी हूँ तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं किस समुदाय के इंसान से प्यार करूँ।या नहीं? मुझे जिससे शादी करनी होगी उसी से करूँगी।
इतना ही नहीं इस इंटरव्यू के दौरान उर्फी जावेद ने ये भी कहा कि मुसलमान होने के बावजूद उन्हें ज्यादातर मुस्लिम ट्रोल करते हैं और इसी वजह से इस्लाम से उनका भरोसा उठ गया। कुरफी के इंटरव्यू की वजह से उन्हें कैंपेन का निशाना भी बनना पड़ा।क्यों मुसलमान हैं वो दर्शन उसी नहीं होता।हमारा पड़ोसी मुल्क है पाकिस्तान और वो इस तरीके का बयान दे रही है।तो सवाल ये है क्या वो तालिबानी सोच अगर से कोई सलाम समझ रही है?या वो औरंगजेब को इस्लाम समझ रही है?या वो उन मुगल सलाह तीन को इस्लाम समझ रही है।की जो वो मुसलमानों के ऊपर कटाक्ष कर रही है।
ये बिलकुल पूरी तरीके से अपने को फ़्रेम में लाने का तरीका है। एक पैदा हो गया है की अगर अपने को फेम में लाना है और अपने को पॉपुलैरिटी करना है तो तुम इस्लाम के उपर ऊँगली उठा दो।यह पहली बार नहीं है जब उर्फी जावेद ने मुस्लिम मर्दों और मुस्लिम समाज में उनके रोल को लेकर अपनी जुबान खोली। 1 साल पहले भी उर्फी ने ऐसा ही एक बयान वीडियो के जरिए जारी किया।मैं ये कहीं पे भी नहीं लिखा है कि आप एक औरत को फोर्स सिबली पदार्थ कराओ, आई मीन ये जरूर लिखा है कि हाँ एक औरत को बर्दाश्त करना चाहिए। बट ये नहीं लिखा है कि अगर वो नहीं करे तो जबरदस्ती उसको गालियों की बौछार कर उसको **** बुलाओ, उसको इतना इंतजाम शर्मिंदा करो कि वो खुद ही ऐसे परदे में आ जाए।अच्छा है यार, अब जा के फिर से कुरान पढ़ो, ये जरूर लिखा है।
0 टिप्पणियाँ